Hinduism |
हिन्दू धर्म और इस्लाम में जमीन आसमान का अंतर है | कुछ अंतर यहाँ दिए गए हैं |
- हिन्दू धर्म में देश और मातृभूमि को सर्वोच्च स्थान दिया जाता है, इस्लाम में धर्म से बड़ा कुछ नहीं |
- हिन्दू अपने भगवान् को किसी भी तरह से मान सकते हैं, अक्सर हिन्दू अपने धर्म का मजाक भी उड़ा देते हैं, इस्लाम में ऐसा करना खतरनाक है |
- हिन्दू धर्म अन्य धर्मों का विरोध नहीं करता और दूसरे धर्मों को अपनाने की पूरी स्वतंत्रता देता है लेकिन दूसरे धर्मों का सम्मान गलत है और यह एक पाप है |
- हिन्दू धर्म नास्तिक (ईश्वर को ना मानने वाला) बनने की स्वतंत्रता देता है, इस्लाम में नास्तिक होना पाप है |
- हिन्दू धर्म एक परम "ईश्वर के अनेक रूप" को मानता है, इस्लाम "केवल और केवल एक ईश्वर" को मानता है |
कुरान (3:56)
जो मुझमें आस्था नहीं रखते, मैं उन्हें घोर यातना के साथ सजा दूंगा,
और उनकी मदद करने वाला कोई नहीं होगा ||
भगवदगीता (18 :63)
कृष्ण (अर्जुन से)- मैंने तुम्हे संसार का संपूर्ण ज्ञान दिया है, इस पर विचार करो,
फिर जैसा चाहते हो वैसा करो ||
- इस्लाम १५०० साल पुराना है, जबकि हिन्दुओं का सबसे प्राचीन ज्ञात (known) ग्रन्थ ऋग्वेद १०००० साल से भी ज्यादा पुराना है |
इस्लाम- औरत को कष्ट देने और सताने से तुम जन्नत में जाओगे |
हिंदुत्व- "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः,"
(जहाँ नारी की पूजा होती है वहां देवता प्रसन्न होते हैं)
इस्लाम- मुस्लिम अपने धर्म में गलतियां नहीं निकल सकते और ना ही बोल सकते हैं|
हिंदुत्व- अगर हिन्दू को अपने धर्म में कुछ गलत लगता है तो उसे सुधार करने की पूरी स्वतंत्रता है |
--> हिन्दुओं मुस्लिमों में एक समानता भी है, दोनों की २०६ हड्डियां होती है |
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